अहमदाबाद | 14 जून 2025
गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुआ बड़ा विमान हादसा अब कई अहम जांचों के दौर से गुजर रहा है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो लंदन से दिल्ली होते हुए अहमदाबाद पहुंच रही थी, लैंडिंग से पहले एक छात्रावास परिसर में क्रैश हो गई। शुक्रवार शाम (13 जून) को एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है, जो छात्रावास के मेस की छत पर पाया गया।

ब्लैक बॉक्स की बरामदगी से हादसे के कारणों की तह तक जाने की उम्मीदें तेज़ हो गई हैं। विमान की टेल सेक्शन में मौजूद ब्लैक बॉक्स क्रैश के बावजूद सुरक्षित रहा और इसकी लोकेशन संयोगवश हॉस्टल की छत पर ट्रेस की गई।
क्या है ब्लैक बॉक्स और क्यों है ये ज़रूरी?
ब्लैक बॉक्स दो मुख्य डिवाइस का कॉम्बिनेशन होता है — फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR)। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि विमान के सिस्टम में तकनीकी खराबी थी या कोई मानवीय चूक हादसे की वजह बनी।
AAIB के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि बरामद डिवाइस को फॉरेंसिक जांच के लिए दिल्ली स्थित लैब भेजा गया है, जहां इसकी डिकोडिंग विशेषज्ञों की निगरानी में की जाएगी।
पीएम मोदी ने किया घटनास्थल का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम अहमदाबाद पहुंचकर दुर्घटनास्थल का दौरा किया। वे ब्लॉक बी में बने हॉस्टल की हालत देखकर बेहद दुखी नजर आए। पीएम ने मृतकों के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी और गुजरात सरकार को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “यह दुर्घटना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। केंद्र सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। जांच में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।”
अमेरिकी जांच एजेंसी NTSB की टीम भी पहुंचेगी भारत
AAIB ने बताया कि अमेरिका की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) और बोइंग कंपनी की विशेषज्ञ टीम भी भारत आ रही है, ताकि जांच को और अधिक तकनीकी आधार पर अंजाम दिया जा सके। अमेरिकी विशेषज्ञों के सहयोग से यह पता लगाया जाएगा कि कहीं विमान में कोई मैन्युफैक्चरिंग दोष तो नहीं था।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी टीम रविवार तक अहमदाबाद पहुंच सकती है और तब तक क्रैश साइट को संरक्षित रखा गया है।
कैसे हुआ हादसा? चश्मदीदों की जुबानी
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि लैंडिंग से कुछ ही मिनट पहले विमान तेजी से नीचे आया और छात्रावास की मेस बिल्डिंग से टकरा गया। विमान में आग लग गई और एक बड़ा धमाका हुआ।
एक छात्र ने बताया, “हम लंच कर रहे थे तभी जोरदार धमाका हुआ। भागकर देखा तो पूरी बिल्डिंग धुएं से भर गई थी। बाहर निकलते वक्त कई दोस्त घायल हो गए थे।”
जमीनी नुकसान पर अब भी सस्पेंस
सरकारी आंकड़ों में अब तक केवल विमान में सवार यात्रियों की संख्या — 297 में से 241 की मौत — की पुष्टि की गई है। हालांकि, छात्रावास में कितने लोग घायल हुए या मारे गए, इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहा है और मलबा हटाने का कार्य पूरी सतर्कता से किया जा रहा है।
विमान के इतिहास पर नजर
बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान Boeing 787 Dreamliner था, जिसे 2018 में एयर इंडिया के बेड़े में शामिल किया गया था। यह विमान अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर नियमित रूप से उड़ान भरता था। फिलहाल DGCA ने एयर इंडिया की इसी रूट पर चल रही अन्य फ्लाइट्स को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस हादसे पर विपक्ष ने भी सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश की विमानन सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं और सरकार को पारदर्शी जांच सुनिश्चित करनी चाहिए।
वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि दोषी चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
अहमदाबाद का यह विमान हादसा भारत के उड्डयन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन चुका है। ब्लैक बॉक्स की बरामदगी से जांच को गति मिलेगी, लेकिन देश भर में उठे सवालों के जवाब मिलना अब भी बाकी हैं। आने वाले दिनों में जब ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग सामने आएगी, तभी यह स्पष्ट होगा कि यह हादसा तकनीकी खराबी का परिणाम था या किसी और बड़ी लापरवाही का। https://instantvarta.com/%e0%a4%8f%e0%a4%af%e0%a4%b0-%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%ab%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%9f-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ac%e0%a4%ae-%e0%a4%95/