कोलकाता, पश्चिम बंगाल:
2025 में एक और दर्दनाक हादसा सामने आया जब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के खिदिरपुर मार्केट में भीषण आग लग गई। इस घटना में लगभग एक हजार से अधिक दुकानें जलकर राख हो गईं, जिससे हजारों लोगों की आजीविका पर संकट मंडराने लगा है। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण तेल भंडारण से रिसाव माना जा रहा है, जिससे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
20 से अधिक दमकल गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद पाया काबू

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग इतनी तेज़ थी कि उसे बुझाने के लिए 20 से अधिक दमकल गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया। दमकल विभाग ने घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पर नियंत्रण पाया, लेकिन तब तक खिदिरपुर मार्केट का बड़ा हिस्सा तबाह हो चुका था।
चश्मदीदों की आपबीती: ‘सब कुछ जल गया, अब हमारे पास कुछ नहीं बचा’
घटना के दौरान मौजूद कई दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को अपनी दुकान से सामान निकालने का मौका नहीं मिला। एक दुकानदार ने रोते हुए कहा, “हमारी पूरी जिंदगी की कमाई इसी दुकान में थी, अब कुछ भी नहीं बचा। सरकार हमारी मदद करे।”
तेल भंडारण रिसाव बना आग का कारण?
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण एक गोदाम में तेल भंडारण से लीक माना जा रहा है। चिंगारी लगते ही यह रिसाव आग में तब्दील हो गया और देखते ही देखते आसपास की दुकानों को भी चपेट में ले लिया। मार्केट में संकरी गलियों और भारी भीड़ के चलते आग तेजी से फैली और दमकल विभाग को अंदर घुसने में परेशानी हुई।
सरकारी प्रतिक्रिया: मौके पर पहुंचे मंत्री, राहत का आश्वासन
पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के मंत्री सुजीत बसु मौके पर पहुंचे और प्रभावित दुकानदारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “यह एक बेहद दुखद घटना है। सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और हम उन्हें हर संभव राहत प्रदान करेंगे।”
स्थानीयों ने लगाया लापरवाही का आरोप
कुछ स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि दमकल गाड़ियों के देर से पहुंचने के कारण आग और भयंकर हो गई। एक निवासी ने कहा, “अगर दमकल समय पर आती, तो नुकसान इतना नहीं होता। यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है।”
अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा असर, बाजार की रीढ़ टूटी
खिदिरपुर मार्केट कोलकाता के प्रमुख थोक बाजारों में से एक है, जहां से बड़ी मात्रा में रोज़ाना व्यापार होता है। हजारों दुकानदारों की आजीविका इस मार्केट पर निर्भर करती है। इस आग ने न केवल लोगों की कमाई के साधन को नष्ट किया, बल्कि बाजार की पूरी आर्थिक संरचना को भी झटका दिया है।
राहत और पुनर्निर्माण की मांग तेज
घटना के बाद से सोशल मीडिया पर #PrayForKolkata और #KolkataFire जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग सरकार से पुनर्वास और आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने भी राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए राहत कार्यों में तेजी लाने की मांग की है।
आग लगने की घटनाओं में लगातार वृद्धि
2025 में देशभर में आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। चाहे वो ट्रेन हो, प्लेन हो या बाजार – सुरक्षा मानकों की अनदेखी और संसाधनों की कमी के कारण आम जनता को अपनी जान-माल से हाथ धोना पड़ रहा है।