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कोचीन एयरपोर्ट के अधिकारियों को सुबह करीब 9:30 बजे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें कहा गया था कि एयरपोर्ट परिसर में विस्फोटक रखा गया है। जैसे ही यह सूचना सामने आई, CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स), एयरपोर्ट पुलिस और राज्य की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने मिलकर तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की।

कोचीन एयरपोर्ट पर बम की सूचना से मचा हड़कंप…..

कोचीन (केरल), जून 2025:
केरल के सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में से एक कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CIAL) पर शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक ईमेल के माध्यम से बम होने की सूचना दी गई। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत हाई अलर्ट जारी कर पूरे एयरपोर्ट परिसर की घेराबंदी कर ली। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड की मदद से घंटों चली गहन तलाशी के बाद यह सूचना झूठी निकली।

पुलिस अब उस अज्ञात व्यक्ति की तलाश में जुट गई है जिसने यह भ्रामक सूचना भेजी थी।

क्या थी पूरी घटना?

कोचीन एयरपोर्ट के अधिकारियों को सुबह करीब 9:30 बजे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें कहा गया था कि एयरपोर्ट परिसर में विस्फोटक रखा गया है। जैसे ही यह सूचना सामने आई, CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स), एयरपोर्ट पुलिस और राज्य की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने मिलकर तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की।

कोचीन एयरपोर्ट के अधिकारियों को सुबह करीब 9:30 बजे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें कहा गया था कि एयरपोर्ट परिसर में विस्फोटक रखा गया है। जैसे ही यह सूचना सामने आई, CISF (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स), एयरपोर्ट पुलिस और राज्य की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने मिलकर तुरंत आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की।

फ्लाइट्स की आवाजाही कुछ समय के लिए रोक दी गई, यात्रियों को टर्मिनल से बाहर निकाला गया और बैगेज को अलग-अलग स्कैन किया गया। यात्रियों में भय का माहौल था, हालांकि अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।

जांच में क्या निकला?

करीब तीन घंटे की तलाशी, डॉग स्क्वॉड, मेटल डिटेक्टर और मैनुअल चेकिंग के बाद अधिकारियों को किसी भी तरह का विस्फोटक पदार्थ नहीं मिला। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और CIAL ने पुष्टि की कि बम की सूचना पूरी तरह से ‘होक्स’ (अफवाह) थी।

CIAL प्रवक्ता ने कहा:

“हमने हर संभावित स्थान की जांच की, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। यह बम की झूठी सूचना थी, लेकिन हम हर ऐसी चेतावनी को गंभीरता से लेते हैं।”

एयर ट्रैफिक पर असर

इस बम की अफवाह के कारण कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें विलंबित हो गईं। यात्रियों को लंबे समय तक सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा, जिससे उन्हें असुविधा हुई।

एक यात्री ने बताया:

“हमने फ्लाइट में बोर्ड कर लिया था लेकिन अचानक उतरने के लिए कहा गया। जब सुना कि बम की सूचना है, तो जान हलक में आ गई। बाद में राहत मिली कि सब ठीक है।”

कौन है इस अफवाह के पीछे?

कोचीन पुलिस ने ईमेल भेजने वाले की पहचान करने के लिए साइबर क्राइम सेल को लगाया है। ईमेल का स्रोत ट्रेस किया जा रहा है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह ईमेल गुमनाम ID से भेजा गया था, जिसे विदेश से एक्सेस किया गया हो सकता है।

कोचीन कमिश्नर के अनुसार:

“हम इस हरकत को सिर्फ मजाक नहीं मानते। ऐसे मामले राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े होते हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

कानून क्या कहता है?

भारतीय दंड संहिता की धारा 505 और 182 के तहत झूठी सूचना फैलाना एक दंडनीय अपराध है। इसके तहत दोषी पाए जाने पर 5 साल तक की सजा और जुर्माना लगाया जा सकता है। यदि यह सूचना हवाई अड्डे जैसे संवेदनशील स्थान को लेकर हो, तो मामला UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत भी दर्ज किया जा सकता है।

सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी

इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए एयरपोर्ट पर हर समय QRT (Quick Reaction Team), BDS (Bomb Disposal Squad) और CCTV निगरानी जैसी व्यवस्थाएं रहती हैं। कोचीन एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है, जहां हर दिन हजारों यात्री आते-जाते हैं।

CISF और स्थानीय पुलिस की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक साइबर उत्पात भी हो सकता है जिसका मकसद लोगों में दहशत फैलाना था।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

घटना की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #CochinAirport ट्रेंड करने लगा।

यूजर्स की प्रतिक्रिया:

“कौन ऐसे मजाक करता है? ये सुरक्षा से खिलवाड़ है।”

“CISF और पुलिस को सलाम, जिन्होंने हालात को काबू में रखा।”

“सरकार को ऐसी अफवाह फैलाने वालों के लिए कड़ा कानून लाना चाहिए।”

निष्कर्ष

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां कितनी तत्पर हैं। हालांकि सूचना झूठी थी, लेकिन अधिकारियों की मुस्तैदी ने सभी यात्रियों को सुरक्षित रखा। अब यह जरूरी है कि ऐसे अफवाह फैलाने वालों को कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

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