लखनऊ, उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश में मानसून की पहली बारिश लोगों के लिए राहत की जगह आफ़त बनकर आई। बीते दो दिनों में तेज़ गरज-चमक और आकाशीय बिजली ने राज्य के 14 जिलों में अब तक कम से कम 25 लोगों की जान ले ली है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जो खेतों में काम कर रहे थे, सफर में थे या फिर अपने घरों में सामान्य कार्यों में व्यस्त थे।
सबसे ज्यादा प्रभावित जिले: प्रयागराज और जौनपुर

रिपोर्ट के अनुसार, प्रयागराज और जौनपुर जिलों में चार-चार लोगों की जान गई है। इसके अलावा गोरखपुर, ललितपुर और बरेली जैसे अन्य जिलों में भी कई लोगों की मौत हुई है।
प्रयागराज की एक दर्दनाक घटना में एक ही परिवार के चार सदस्य उस समय काल का ग्रास बन गए जब वे अपनी झोपड़ी में सो रहे थे और उन पर बिजली गिर गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक, राहत कार्य तेज
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और तुरंत राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल सर्वे करने और पीड़ित परिवारों को शीघ्र मुआवज़ा उपलब्ध कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता तत्काल दी जाएगी और घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
“प्राकृतिक आपदा से जान गंवाने वालों के परिवार अकेले नहीं हैं, सरकार उनके साथ है,” — योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश
राज्य आपदा प्रबंधन टीम हाई अलर्ट पर
राज्य की आपदा प्रबंधन टीम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर राहत कार्य, जनजागरूकता और सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से बिजली गिरने से जुड़ी जानकारी और सुरक्षा उपायों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
बिजली गिरने के कारण और सावधानियां
मानसून के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं आम होती जा रही हैं, खासकर उत्तर भारत के राज्यों में। अक्सर ये घटनाएं खेतों में काम कर रहे किसानों, खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे खड़े लोगों को निशाना बनाती हैं।
विशेषज्ञों की सलाह:
- बारिश या गरज-चमक के समय खुले मैदान या खेत में न रहें
- अकेले खड़े पेड़ या जलाशयों के पास से दूर रहें
- धातु से बनी वस्तुओं से दूर रहें
- बिजली गिरने की चेतावनी मिले तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं
- सरकार का सतर्कता संदेश और सावधानी
राज्य सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और बारिश या गरज के समय खुले में काम करने से बचें। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग, जिनका जीवन खेती और बाहरी कामों से जुड़ा है, उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राज्य के मौसम विभाग और आपदा राहत प्रकोष्ठ ने यह भी जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में और भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। ऐसे में अलर्ट पर रहना ज़रूरी है।
सोशल मीडिया पर लोगों का दुख और गुस्सा
इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने दुख जताने के साथ-साथ सरकार से बेहतर पूर्व चेतावनी सिस्टम और ग्रामीण इलाकों में जागरूकता फैलाने की मांग की है।
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