
देहरादून, 18 जून 2025।
उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। राज्य के कई जिलों में प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दे दी है, जिससे तापमान में गिरावट आई है और गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने बागेश्वर और पिथौरागढ़ के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जबकि उत्तरकाशी, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
उत्तराखंड में आने वाले कुछ दिन मूसलाधार बारिश, बिजली गिरने और आंशिक तूफानी हवाओं के साथ गुजर सकते हैं। देहरादून, नैनीताल, पौड़ी और कुमाऊं क्षेत्र में पहले से ही बादल छाए हुए हैं और हल्की से मध्यम बारिश जारी है।
किस जिले में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश होगी। विशेषकर निम्नलिखित जिलों के लिए चेतावनी दी गई है:
बागेश्वर और पिथौरागढ़: भारी बारिश की संभावना, येलो अलर्ट जारी।
उत्तरकाशी, हरिद्वार और उधमसिंह नगर: कई स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना।
देहरादून: शहर के कई इलाकों में दोपहर बाद मध्यम से हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
प्री-मानसून बारिश बनी राहत की फुहार
सोमवार को भी देहरादून समेत राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इससे तापमान में मामूली गिरावट देखने को मिली।
🔹 जौलीग्रांट और रायवाला में 20 से 21 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई।
🔹 देहरादून के मालदेवता, रायपुर, सरखेत, सहस्रधारा, गढ़ी कैंट, प्रेमनगर, कंडोली, बिधोली और झाझरा क्षेत्रों में मध्यम वर्षा हुई।
🔹 जबकि आईएसबीटी, पटेलनगर, कारगी, बंजारावाला और धर्मपुर क्षेत्रों में हल्की वर्षा दर्ज की गई।
तापमान कैसा रहा?
बारिश के चलते कुछ क्षेत्रों में तापमान सामान्य से नीचे रहा, जिससे उमस और गर्मी में थोड़ी राहत मिली।
स्थान अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान
देहरादून 34.7°C (सामान्य से +1°C) 24.5°C
पंतनगर 35.5°C (सामान्य से -1°C) 25.5°C
मुक्तेश्वर 23.0°C 15.8°C
टिहरी 24.6°C (सामान्य से -3°C) 17.6°C
येलो अलर्ट क्या होता है?
मौसम विभाग जब ‘येलो अलर्ट’ जारी करता है, तो इसका अर्थ होता है कि मौसम की स्थिति सामान्य से खराब हो सकती है। इस दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है, खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, सड़क बंद होने या नदी-नालों में पानी बढ़ने की संभावना रहती है।
बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे सीमावर्ती जिलों में लोगों को गैर-जरूरी यात्राओं से बचने और प्रशासनिक चेतावनियों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।
मानसून कब देगा उत्तराखंड में दस्तक?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस साल उत्तराखंड में मानसून सामान्य तिथियों से थोड़ा पहले या समान्य समय पर पहुंच सकता है।
उत्तराखंड में आमतौर पर मानसून 20 जून से 25 जून के बीच प्रवेश करता है। इस बार प्री-मानसून गतिविधियों के मजबूत संकेत मिल रहे हैं, जिससे उम्मीद की जा रही है कि 20 से 22 जून के बीच मानसून राज्य में दस्तक दे सकता है।
कौन से इलाके हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील?
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भारी वर्षा के दौरान भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की आशंका बनी रहती है। जिन इलाकों को लेकर विशेष सतर्कता की जरूरत है, वे हैं:
बागेश्वर: सरयू घाटी क्षेत्र और कपकोट क्षेत्र
पिथौरागढ़: धारचूला, मुनस्यारी और थल
चमोली: बद्रीनाथ हाईवे पर मलवा गिरने की संभावना
टिहरी और उत्तरकाशी: नदी किनारे और तटीय क्षेत्र, गंगोत्री हाईवे
यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, यात्रा से पूर्व मौसम अपडेट चेक करने और ज़रूरी सावधानियाँ अपनाने की अपील की है।
✅ ऊँचाई वाले क्षेत्रों में जाने से बचें
✅ ट्रैकिंग या नदी में स्नान जैसी गतिविधियों को फिलहाल टालें
✅ पहाड़ी सड़कों पर वाहन चलाते समय ब्रेक और टायर चेक करें
✅ प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SDRF) ने अलर्ट मोड में आने की तैयारी कर ली है। संवेदनशील जिलों में रेस्क्यू टीमें तैनात की जा रही हैं और संबंधित जिलों के DM ऑफिस से लगातार समन्वय किया जा रहा है।
निष्कर्ष: मानसून से पहले ही मौसम ने दिखाए तेवर
उत्तराखंड में प्री-मानसून की बारिश ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट ने लोगों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं।
जिन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी है, वहां प्रशासन और नागरिकों दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में मानसून के पूरी तरह सक्रिय होते ही भारी वर्षा, भूस्खलन और संभावित आपदाओं की चुनौतियां सामने आ सकती हैं। ऐसे में पूर्व-तैयारी और जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।