पुरी, 12 जून 2025 | संवाददाता रिपोर्ट

ओडिशा के पुरी में रथ यात्रा से पहले एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। भगवान जगन्नाथ मंदिर से जुड़े वरिष्ठ पुजारी जगन्नाथ दीक्षित की हत्या ने जहां श्रद्धालुओं को सदमे में डाल दिया है, वहीं स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रथ यात्रा की तैयारियों के बीच हुई हत्या
पुरी में रथ यात्रा को लेकर हर साल की तरह इस बार भी व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही थीं। लेकिन ठीक यात्रा से पहले पुजारी की हत्या से श्रद्धालुओं में डर और चिंता का माहौल है। मृतक जगन्नाथ दीक्षित मंदिर में वर्षों से सेवा कर रहे थे और स्थानीय लोगों में उनकी प्रतिष्ठा थी।
खून से लथपथ मिला शव
बुधवार रात को पुजारी का शव पटजोशी नामक व्यक्ति के घर के सामने खून से लथपथ हालत में मिला। यह इलाका मंदिर के नजदीक ही स्थित है और आमतौर पर बेहद सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में इस वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
हत्या के पीछे पैसों का विवाद
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पुजारी और आरोपी पटजोशी के बीच पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। पुजारी ने आरोपी को कुछ समय पहले उधार दिया था और लगातार पैसे वापस मांग रहे थे। इसी रंजिश में आरोपी ने कथित रूप से वारदात को अंजाम दिया।
CCTV में कैद हुई क्रूरता
घटना के बाद जब पुलिस ने आस-पास के CCTV कैमरे खंगाले तो एक वीडियो सामने आया जिसमें एक व्यक्ति शव को खींचकर सड़क किनारे फेंकता दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों और पुलिस ने इस व्यक्ति की पहचान पटजोशी के रूप में की है। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि शव को छिपाने की कोशिश की गई थी।
पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही पुरी के डीएसपी प्रशांत कुमार साहू, टाउन थाना प्रभारी और फोरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल पर पहुंचे। मौके से खून के धब्बे, कपड़े और अन्य अहम सबूत इकट्ठा किए गए हैं। पुजारी का शव पोस्टमार्टम के लिए पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल भेज दिया गया है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
रथ यात्रा की सुरक्षा पर मंडराए सवाल
पुरी रथ यात्रा एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसे समय में एक वरिष्ठ पुजारी की हत्या से सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठना लाजमी है। कई संगठनों ने प्रशासन से जवाबदेही की मांग की है। साथ ही श्रद्धालुओं ने इस वारदात को आस्था पर हमला करार दिया है।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि आरोपी की पहचान हो चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमों को लगाया गया है। पुरी एसपी ने बताया, “हमारे पास पुख्ता सबूत हैं और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।”
श्रद्धालुओं में आक्रोश
इस हृदयविदारक घटना ने श्रद्धालुओं को स्तब्ध कर दिया है। रथ यात्रा में शामिल होने आए कई श्रद्धालुओं ने कहा कि जब एक पुजारी ही सुरक्षित नहीं है, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी? कई धार्मिक संगठनों ने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
निष्कर्ष
पुरी जैसे धार्मिक और संवेदनशील शहर में रथ यात्रा से ऐन पहले एक वरिष्ठ पुजारी की निर्मम हत्या केवल कानून-व्यवस्था पर ही नहीं, बल्कि लोगों की आस्था पर भी चोट है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना को कितनी गंभीरता से लेता है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाता है। फिलहाल, इस घटना ने पूरे राज्य को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जब भगवान के घर में ही ऐसा हो सकता है, तो आम जन की सुरक्षा कितनी मजबूत है?