
झारखंड हाईकोर्ट में 67 आपराधिक अपीलों पर फैसले लंबित रहने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराज़गी जताई है। कोर्ट ने कहा, फैसला सुरक्षित रखने के बाद इतने लंबे समय तक निर्णय ना देना परेशान करने वाला है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी हाईकोर्ट से चार हफ्तों में रिपोर्ट मांगी है कि किन मामलों में 31 जनवरी 2025 तक फैसला सुरक्षित रखा गया, लेकिन अब तक सुनाया नहीं गया।
यह मामला 4 आजीवन कारावास भुगत रहे दोषियों की याचिका पर सुनवाई के दौरान उठा। कोर्ट ने जल्द दिशा-निर्देश तय करने की बात कही है