रांची, 21 जुलाई 2025: एयर इंडिया एक्सप्रेस की रांची-दिल्ली उड़ान को सोमवार को अचानक रद्द कर दिया गया, जिससे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। कई यात्री अपनी यात्रा योजनाओं के बाधित होने से नाराज़ नजर आए और एयरलाइन स्टाफ से तीखी बहस करते दिखे।

हालांकि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया और सभी यात्रियों को मुफ्त में रीसिड्यूलिंग या रिफंड का विकल्प दिया जा रहा है।
फ्लाइट रद्द होने से हताश हुए यात्री
सुबह से ही रांची एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। यह उड़ान रांची से दिल्ली जाने वाली थी और इसके लिए सैकड़ों यात्री समय से पहले एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। लेकिन अचानक घोषणा हुई कि तकनीकी कारणों से उड़ान को रद्द किया जा रहा है।
फ्लाइट के रद्द होते ही यात्रियों में नाराजगी बढ़ गई। कई लोग अपने जरूरी काम या मेडिकल अपॉइंटमेंट के लिए दिल्ली जा रहे थे, वहीं कुछ यात्रियों की इंटरनेशनल कनेक्टिंग फ्लाइट दिल्ली से थी। ऐसे में यात्रियों ने एयरलाइन के काउंटर पर पहुंचकर जवाब मांगना शुरू कर दिया।
यात्रियों और स्टाफ के बीच बहस
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ यात्रियों ने एयर इंडिया एक्सप्रेस के स्टाफ के साथ बहस की और मुआवजे की मांग की। “हमें न समय पर सूचना दी गई, न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई,” एक यात्री ने कहा। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर भी एयरलाइन के खिलाफ नाराजगी जताई और जवाबदेही तय करने की मांग की।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया:
“हमने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए रांची-दिल्ली उड़ान को रद्द करने का निर्णय लिया है। उड़ान संचालन में तकनीकी कारण उत्पन्न हुए, जिन्हें नजरअंदाज करना यात्रियों की सुरक्षा के साथ समझौता होता। हम सभी प्रभावित यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पुनर्निर्धारण (rescheduling) या पूर्ण रिफंड का विकल्प दे रहे हैं।”
क्या कहा एयरपोर्ट अधिकारियों ने
रांची एयरपोर्ट प्रशासन ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया और यात्रियों को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने बताया कि एयरलाइन द्वारा रद्दीकरण की सूचना कुछ घंटों पहले दी गई थी, लेकिन यात्रियों तक समय पर सूचना नहीं पहुंच सकी, जिससे भ्रम की स्थिति बनी।
यात्रियों की शिकायतें और मांगें
यात्रियों का कहना था कि यदि फ्लाइट में तकनीकी खामी पहले से पता थी तो उन्हें कम-से-कम एक रात पहले सूचित किया जाना चाहिए था। “हमारा समय और पैसा दोनों बर्बाद हो गया। होटल बुकिंग, दिल्ली में मीटिंग, सब प्रभावित हो गया,” एक यात्री ने कहा।
कई यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया कि रिफंड और रीसिड्यूलिंग की प्रक्रिया भी जटिल है और काउंटर स्टाफ स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा।
DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग
विवाद बढ़ता देख कुछ यात्रियों ने डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि बार-बार इस तरह की अनियोजित उड़ान रद्दीकरण यात्रियों के साथ अन्याय है और इसके लिए कड़े दिशा-निर्देश बनाए जाने चाहिए।
एयरलाइन की विश्वसनीयता पर सवाल
हाल के महीनों में एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानें रद्द या विलंबित हुई हैं, जिससे यात्रियों में एयरलाइन की विश्वसनीयता को लेकर संदेह गहराता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी सुरक्षा को लेकर एयरलाइन की प्रतिबद्धता स्वागतयोग्य है, लेकिन यात्रियों को सूचित करने में पारदर्शिता और तत्परता की भारी कमी है।
निष्कर्ष
फ्लाइट रद्द होना कोई असामान्य घटना नहीं है, लेकिन जब इसकी जानकारी यात्रियों तक समय पर नहीं पहुंचती और वैकल्पिक व्यवस्थाएं साफ़ नहीं होतीं, तो समस्या गंभीर हो जाती है। रांची-दिल्ली उड़ान के मामले में यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सुरक्षा कारणों से उड़ान रद्द करने का हवाला देते हुए रीसिड्यूलिंग और रिफंड की पेशकश की है। अब देखना यह है कि एयरलाइन इस प्रक्रिया को कितनी शीघ्रता और सहजता से संपन्न करती है, ताकि यात्रियों का भरोसा बहाल हो सके।