सारण (बिहार), 16 जून 2025:
बिहार के सारण जिले में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई और 18 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब एक पिकअप वैन का टायर अचानक फट गया, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया।
यह हादसा जिले के जलालपुर प्रखंड क्षेत्र के पास हुआ। पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, वाहन में कुल 25 से ज्यादा लोग सवार थे, जो एक धार्मिक आयोजन से लौट रहे थे।🕵♂ हादसे की जानकारी
पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने पुष्टि करते हुए बताया,
“पिकअप वैन जैसे ही जलालपुर थाना क्षेत्र के अमनौर रोड पर पहुंची, उसका अगला टायर अचानक फट गया। चालक ने वाहन पर नियंत्रण पाने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी सड़क से नीचे उतरकर खेत में पलट गई।”
हादसे में मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 घायलों को छपरा सदर अस्पताल और नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

📌 मृतकों की पहचान
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतकों में दो महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। पुलिस द्वारा अब तक चार मृतकों की पहचान की जा चुकी है, जबकि एक की पहचान की प्रक्रिया जारी है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवारों से संपर्क कर उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
🏥 घायलों का इलाज जारी
छपरा सदर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आर.एन. मिश्रा ने बताया,
“18 घायलों में से पांच की हालत नाजुक है। एक को पटना मेडिकल कॉलेज (PMCH) रेफर किया गया है। सभी को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है और लगातार निगरानी रखी जा रही है।”
👥 स्थानीय लोगों की भूमिका
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया। उन्होंने खुद घायलों को वाहन से बाहर निकाला और एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल भेजने में मदद की।
स्थानीय निवासी अर्जुन राय ने बताया,
“गाड़ी बहुत तेज रफ्तार में थी। अचानक तेज धमाके की आवाज आई और गाड़ी पलट गई। लोग बिखरे हुए थे, कुछ नीचे दबे हुए थे। हमने जेसीबी मंगवाकर गाड़ी उठवाई।”
📸 प्रशासन की कार्रवाई
हादसे के बाद सारण जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और वाहन का तकनीकी निरीक्षण नहीं कराया गया था।
एसडीओ (छपरा) ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“घटना की गहराई से जांच होगी। जरूरत पड़ी तो वाहन मालिक और चालक के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।”
⚠ अव्यवस्था और ओवरलोडिंग बनी कारण?
विशेषज्ञों और सड़क सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि हादसे की प्रमुख वजह ओवरलोडिंग और खराब रखरखाव है। ग्रामीण इलाकों में पिकअप वैन और जीप जैसे वाहनों का यात्री वाहन की तरह इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, जो गंभीर खतरा बनता जा रहा है।
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ आनंद कुमार ने कहा,
“वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जाना गैरकानूनी है। प्रशासन को इस पर सख्त निगरानी करनी होगी।”
🔍 पूर्व में भी हुए हैं ऐसे हादसे
यह पहला मौका नहीं है जब सारण या उसके आस-पास के जिलों में इस तरह का हादसा हुआ हो। 2023 और 2024 में भी इसी तरह के दो बड़े सड़क हादसे सामने आए थे, जिनमें कुल 14 लोगों की जान गई थी।
🧾 मुआवजे की घोषणा
बिहार सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिजन को ₹4 लाख की अनुग्रह राशि और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की गई और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया।
📲 निष्कर्ष
सारण में हुआ यह हादसा एक बार फिर से यह सवाल खड़ा करता है कि क्या हम सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे हैं? क्या ग्रामीण परिवहन के नाम पर जानबूझकर लोगों की जान से खेला जा रहा है?
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों की निगरानी सख्ती से की जाए और लोगों को जागरूक किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।