लखनऊ | 16 जून 2025:
रविवार सुबह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा हादसा टल गया, जब जेद्दा से आ रही सऊदी एयरलाइंस की फ्लाइट (Saudia Airlines Flight) में लैंडिंग के दौरान अचानक पहियों से धुआं निकलने लगा। विमान में 242 हज यात्री सवार थे, लेकिन राहत की बात यह रही कि सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया और किसी को कोई चोट नहीं आई।
क्या हुआ था?
यह घटना रविवार, 15 जून की सुबह उस समय हुई जब सऊदी एयरलाइंस की उड़ान संख्या SV-3360 लखनऊ में लैंड कर रही थी। यह उड़ान सऊदी अरब के जेद्दा शहर से हज यात्रियों को लेकर आ रही थी। जैसे ही विमान रनवे पर उतरा, एयरपोर्ट अधिकारियों को इसके लैंडिंग गियर (विमान के पहियों) से धुआं उठता दिखाई दिया। तुरंत एयरपोर्ट पर अलार्म बजा और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गईं।

आपात प्रतिक्रिया ने बचाई 242 जानें
फायर ब्रिगेड और एयरपोर्ट की ग्राउंड स्टाफ टीम ने बिना किसी देरी के तुरंत मोर्चा संभाला। विमान को टरमैक पर रोककर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सभी यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सकीय जांच के बाद सुरक्षित घर भेज दिया गया।
एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार:
“विमान के लैंडिंग गियर में हल्का तकनीकी दोष था, जिससे धुआं उठा। किसी प्रकार की आग नहीं लगी और विमान पूरी तरह सुरक्षित है। यात्रियों की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं हुआ।”
यात्रियों ने बताई अपनी आपबीती
हवाई जहाज़ में सवार कई यात्रियों ने लैंडिंग के दौरान हुए डरावने लम्हों को साझा किया। लखनऊ के रहने वाले मोहम्मद इमरान, जो पहली बार हज यात्रा पर गए थे, ने कहा:
“जैसे ही प्लेन नीचे आया, हमें थोड़ी हलचल महसूस हुई। फिर पायलट ने अनाउंस किया कि सब ठीक है लेकिन हम लोग डर गए थे। लेकिन अल्लाह का शुक्र है कि सब ठीक रहा।”
कई यात्रियों ने एयरलाइन स्टाफ और एयरपोर्ट अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया की प्रशंसा की।
फ्लाइट होगी तकनीकी जांच के बाद रवाना
फिलहाल, विमान को ग्राउंड कर दिया गया है और सऊदी एयरलाइंस की टेक्निकल टीम उसकी पूरी जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार, विमान को तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को वापस सऊदी अरब भेजा जाएगा। हालांकि, यह एक खाली फ्लाइट होगी और इसमें कोई यात्री सवार नहीं होगा।
एयरपोर्ट संचालन पर नहीं पड़ा कोई प्रभाव
इस घटना के बावजूद लखनऊ एयरपोर्ट का संचालन पूरी तरह सामान्य रहा। किसी भी अन्य फ्लाइट की टाइमिंग या आवागमन पर असर नहीं पड़ा। एयरपोर्ट प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों और कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी।
क्या कहती है DGCA?
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि लैंडिंग के समय टायरों में हल्का ओवरहीटिंग हुआ, जिससे धुआं निकला।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार:
“ऐसे मामलों में नियमित जांच प्रक्रिया का पालन किया जाता है। यह एक सामान्य तकनीकी खामी थी, लेकिन हम जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई ऑपरेशनल चूक तो नहीं हुई।”
सुरक्षा को लेकर चिंता और भरोसा
हवाई यात्रा को लेकर यात्रियों के मन में जब इस तरह की घटनाएं होती हैं, तो सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगते हैं। लेकिन हवाईअड्डा प्रबंधन और एयरलाइन की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि भारत में हवाई सुरक्षा प्रणाली बेहद सुदृढ़ और सतर्क है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार के हल्के तकनीकी दोष समय-समय पर सामने आते हैं, लेकिन यदि तुरंत सही कदम उठाए जाएं तो बड़ा हादसा टाला जा सकता है — जैसा कि इस बार हुआ।
हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि
गौरतलब है कि जून-जुलाई के महीनों में भारत से हजारों हज यात्री सऊदी अरब रवाना होते हैं। हज एक धार्मिक यात्रा है, जिसमें सुरक्षा और सुविधा दोनों का उच्चतम स्तर बनाए रखना अनिवार्य होता है।
इस घटना ने हज यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सरकार और एयरलाइनों के समर्पण को भी उजागर किया है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि एयरपोर्ट सुरक्षा प्रणाली और प्रतिक्रिया तंत्र कितना प्रभावी और सतर्क है। सऊदी एयरलाइंस की फ्लाइट में भले ही तकनीकी गड़बड़ी आई हो, लेकिन समय पर कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। सभी 242 हज यात्री सुरक्षित हैं और यह राहत की सबसे बड़ी खबर है।