
अगर आप एटीएम से पैसे निकालते हैं, डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं या किराए के भुगतान जैसे लेन-देन करते हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद जरूरी है। आगामी 1 जुलाई से ICICI Bank, HDFC Bank, Axis Bank जैसे कई बड़े बैंकों ने नए चार्ज और नियमों की घोषणा की है। इन बदलावों का सीधा असर आम बैंक ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा।
आइए विस्तार से समझते हैं किन नियमों में बदलाव किया गया है और किन सेवाओं पर अब आपको ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।
🏦 1. ATM से कैश निकालना होगा महंगा
बड़े निजी बैंक जैसे HDFC, ICICI और Axis Bank ने ATM ट्रांजैक्शन पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा की है।
नया नियम:
अब निर्धारित फ्री लिमिट के बाद हर अतिरिक्त कैश निकासी पर चार्ज बढ़ाया जाएगा।
उदाहरण:
HDFC बैंक में अब फ्री लिमिट खत्म होने के बाद हर ट्रांजैक्शन पर ₹25 तक शुल्क लिया जा सकता है, पहले यह ₹20 था।
💳 2. डेबिट कार्ड सेवा शुल्क में इजाफा
डेबिट कार्ड जारी करने और वार्षिक शुल्क में भी वृद्धि की गई है।
ICICI Bank ने अपने क्लासिक और प्लेटिनम डेबिट कार्ड्स के चार्ज बढ़ा दिए हैं।
नए ग्राहकों को कार्ड एक्टिवेशन के साथ ही एकमुश्त शुल्क देना होगा, वहीं मौजूदा ग्राहकों के लिए वार्षिक शुल्क बढ़ेगा।
🏠 3. किराया भुगतान पर अतिरिक्त शुल्क
यदि आप क्रेडिट कार्ड या थर्ड-पार्टी ऐप्स के जरिए किराया भुगतान करते हैं तो अब इसके लिए भी अलग से चार्ज देना होगा।
ICICI और HDFC ने किराए के भुगतान पर 1%-1.5% तक का अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है।
यह नियम क्रेडिट कार्ड और UPI दोनों पर लागू हो सकता है, खासकर तब जब किराया लेन-देन को कमर्शियल कैटेगरी में रखा गया हो।
📲 4. SMS अलर्ट और बैंकिंग सेवाओं पर भी लगेंगे नए चार्ज
SMS अलर्ट, चेकबुक, फिजिकल स्टेटमेंट जैसे बैंकिंग सर्विसेज के लिए भी अब अधिक शुल्क वसूला जाएगा।
SMS अलर्ट की मासिक दर अब ₹20 से बढ़ाकर ₹30 की जा सकती है।
डिजिटल स्टेटमेंट को बढ़ावा देने के लिए फिजिकल स्टेटमेंट महंगा किया गया है।
📌 किन बैंकों के बदले हैं नियम?
ATM ट्रांजैक्शन, डेबिट कार्ड, किराया भुगतान चार्ज में बदलाव।
- HDFC Bank
किराया भुगतान और डेबिट कार्ड वार्षिक शुल्क में इजाफा।
- Axis Bank
नई चार्ज लिस्ट 1 जुलाई से प्रभावी होगी।
🔍 क्यों किए गए बदलाव?
बैंकिंग सेक्टर में बढ़ती डिजिटल लेन-देन लागत और साइबर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किए जा रहे हैं। साथ ही बैंकिंग सेवाओं को अधिक टिकाऊ और लाभकारी बनाने के लिए भी शुल्क में बदलाव जरूरी बताया गया है।
🛡 ग्राहकों के लिए जरूरी सलाह
1 जुलाई से पहले अपने बैंक की वेबसाइट या ऐप पर जाकर अपडेटेड चार्ज लिस्ट जरूर पढ़ें।
ATM निकासी और किराया भुगतान में सावधानी बरतें, फ्री लिमिट से अधिक न जाएं।
डिजिटल सेवाओं का उपयोग बढ़ाएं जिससे अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।
💬 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इन बदलावों को लेकर सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने नाराजगी जाहिर की है। कई लोगों ने लिखा कि पहले ही महंगाई से आम आदमी परेशान है, अब बैंकिंग सेवाओं को महंगा बनाकर ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है।
📌 निष्कर्ष
1 जुलाई 2025 से लागू होने वाले ये नए बैंकिंग नियम आम लोगों की रोजमर्रा की फाइनेंशियल गतिविधियों को प्रभावित करेंगे। ऐसे में जरूरी है कि ग्राहक इन बदलावों को समझें और अपने बैंकिंग व्यवहार को उसी अनुसार ढालें।