रांची, झारखंड:
बीआइटी मेसरा एक बार फिर वैश्विक शैक्षणिक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। संस्थान ने यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया (University of Georgia, USA) के सहयोग से एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन FCMPE WELL-H 25 यानी International Conference on Food Chemistry, Microbiology and Process Engineering for Wellness and Health 2025 के आयोजन की घोषणा की है।

यह सम्मेलन 10 से 12 जुलाई 2025 तक बीआइटी मेसरा कैंपस में आयोजित होगा।
सम्मेलन का उद्देश्य
यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर खाद्य रसायन, सूक्ष्म जीव विज्ञान और प्रोसेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों, चुनौतियों और समाधान पर केंद्रित होगा। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है—स्वास्थ्य और वेलनेस से जुड़े क्षेत्रों में शोध, तकनीक और नीति निर्माण के बीच सेतु बनाना।
प्रतिभागियों की संख्या और विविधता
इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आयोजन में भारत सहित अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, जापान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण एशियाई देशों से 400 से 500 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है। इनमें वैज्ञानिक, शोधकर्ता, उद्योग जगत के विशेषज्ञ, स्टार्टअप उद्यमी, नीति निर्माता और छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।
उद्घाटन और मुख्य आकर्षण
सम्मेलन का उद्घाटन बीआइटी मेसरा के निदेशक प्रो. डॉ. इंद्रनील मन्ना और यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में होगा। इस दौरान कई कीनोट स्पीच, तकनीकी सत्र और पैनल चर्चा का आयोजन किया जाएगा, जहां Functional Foods, Probiotics, Food Safety, Smart Food Packaging, AI in Food Technology, Nutraceuticals, जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
स्टूडेंट्स के लिए सुनहरा अवसर
बीआइटी मेसरा के छात्रों के लिए यह आयोजन एक बड़ा अवसर लेकर आया है, जहां वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध और तकनीकी प्रस्तुतियों से रूबरू हो सकेंगे। छात्रों को अपने शोधपत्र प्रस्तुत करने, वैज्ञानिकों से संवाद स्थापित करने और उद्योग जगत की जरूरतों को समझने का मौका मिलेगा।
उद्योग और नीति का संगम
सम्मेलन का एक अहम हिस्सा होगा – Industry-Academia Collaboration Panel, जिसमें खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के प्रमुख प्रतिनिधि और नीति निर्माता एक मंच पर आएंगे। यह सत्र खाद्य सुरक्षा, पब्लिक हेल्थ न्यूट्रिशन और स्टार्टअप इनोवेशन जैसे पहलुओं पर केंद्रित रहेगा।
आयोजन समिति का कहना
आयोजन समिति के संयोजक डॉ. आर के त्रिपाठी ने बताया, “WELL-H 25 सम्मेलन एक ऐसा मंच होगा जो रिसर्च और रीयल वर्ल्ड इम्पैक्ट को जोड़ने का कार्य करेगा।” उन्होंने बताया कि रिसर्च पेपर्स को ISBN/ISSN जर्नल में पब्लिश किया जाएगा और उत्कृष्ट पेपर्स को पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
संस्थान की वैश्विक पहचान
बीआइटी मेसरा, जो पहले भी अंतरराष्ट्रीय तकनीकी और शैक्षणिक आयोजनों का गवाह रह चुका है, इस सम्मेलन के माध्यम से अपनी ग्लोबल प्रेजेंस को और सशक्त करेगा। यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया के साथ यह साझेदारी रिसर्च और फेलोशिप प्रोग्राम्स के नए अवसर भी खोल सकती है।
निष्कर्ष
FCMPE WELL-H 25 न केवल खाद्य विज्ञान और प्रोसेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नए रास्ते खोलेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की रिसर्च क्षमताओं को सामने लाएगा। बीआइटी मेसरा इस आयोजन के माध्यम से छात्रों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं को एक साझा मंच देकर देश को स्वास्थ्य और वेलनेस आधारित तकनीकी विकास की दिशा में अग्रसर करेगा।