
सासाराम – बिहार में पुलिस भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घोषणा सामने आई है। अब एनसीसी (NCC) सर्टिफिकेट धारकों को भर्ती में अतिरिक्त बोनस अंक (Bonus Marks) दिए जाएंगे। यह निर्णय राज्य स्तर पर सहमति के साथ लिया गया है, जिसकी पुष्टि बिहार एवं झारखंड एनसीसी निदेशालय के एडीजी (ADG) मेजर जनरल ए.एस. बजाज ने की है।
वे 42 बिहार बटालियन एनसीसी सासाराम के संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (Annual Training Camp) के निरीक्षण के दौरान सासाराम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एनसीसी कैडेट्स के लिए बड़ी राहत
बिहार पुलिस भर्ती में अब एनसीसी ‘A’, ‘B’ और ‘C’ सर्टिफिकेट धारकों को उनकी योग्यता और प्रशिक्षण के अनुसार बोनस अंक मिलेंगे। इससे उन युवा कैडेट्स को विशेष लाभ होगा, जो वर्षों से एनसीसी में अनुशासन और राष्ट्रसेवा का प्रशिक्षण लेते आ रहे हैं।
ADG बजाज ने बताया, “यह पहल युवाओं को पुलिस सेवा की ओर आकर्षित करने के साथ-साथ उनमें सामाजिक जिम्मेदारी का भाव भी पैदा करेगी। एनसीसी के जरिए हम युवाओं को सिर्फ प्रशिक्षण नहीं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में तैयार कर रहे हैं।”
राज्य सरकार का सराहनीय कदम
राज्य सरकार द्वारा इस प्रस्ताव पर सहमति बनने से हजारों एनसीसी कैडेट्स के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल गए हैं। विशेषकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के कैडेट्स, जो सीमित संसाधनों के बावजूद एनसीसी के जरिए खुद को निखारते हैं, उन्हें यह प्रोत्साहन नई दिशा देगा।
ADG ने शिविर का किया निरीक्षण
ADG बजाज ने सासाराम स्थित 42 बिहार बटालियन एनसीसी के वार्षिक संयुक्त प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कैडेट्स के ड्रिल, फायरिंग, मैप रीडिंग, फर्स्ट एड, और लीडरशिप ट्रेनिंग जैसे अभ्यासों की सराहना की।
उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा, “आप राष्ट्र निर्माण की नींव हैं। अनुशासन, आत्मविश्वास और सेवा का भाव आपके अंदर एनसीसी से विकसित होता है। यदि आप पुलिस, सेना या किसी भी सेवा क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो यह प्रशिक्षण आपके लिए अमूल्य है।”
महिलाओं की भागीदारी पर दिया विशेष जोर
ADG बजाज ने विशेष रूप से महिला कैडेट्स की भागीदारी पर संतोष जताया और कहा कि एनसीसी के जरिए बेटियां भी अब आत्मनिर्भर बन रही हैं और नेतृत्व क्षमता विकसित कर रही हैं। उन्होंने शिविर में मौजूद महिला कैडेट्स की सक्रियता और समर्पण की भी सराहना की।
स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग का सहयोग
शिविर आयोजन में स्थानीय प्रशासन, शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग का सहयोग उल्लेखनीय रहा। शिविर में लगभग 500 से अधिक कैडेट्स ने भाग लिया, जिनमें सासाराम, डेहरी, बिक्रमगंज, और आसपास के जिलों से आए विद्यार्थी शामिल थे।
भविष्य में और भी अवसर
ADG बजाज ने बताया कि आने वाले समय में एनसीसी कैडेट्स के लिए और भी कई योजनाएं लाई जाएंगी, जिनमें विशेष स्कॉलरशिप, रक्षा सेवाओं में प्राथमिकता और सरकारी नौकरियों में आरक्षण जैसे प्रस्तावों पर भी चर्चा चल रही है।
उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि एनसीसी को युवाओं के करियर का मजबूत आधार बनाया जाए, ताकि वे न केवल सरकारी नौकरियों में, बल्कि निजी क्षेत्र में भी बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें।”
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
एनसीसी से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और गुणात्मकता दोनों को बढ़ाएगा। पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल (से.नि.) आर.के. सिंह कहते हैं, “एनसीसी सर्टिफिकेट का मूल्य अब केवल प्रमाणपत्र तक सीमित नहीं रहा। इसे अब नौकरी में वास्तविक लाभ मिल रहा है, जो बहुत सकारात्मक बदलाव है।”
कैडेट्स की प्रतिक्रिया
इस निर्णय से उत्साहित कैडेट्स का कहना है कि अब उन्हें अपने प्रयासों का वास्तविक फल मिलेगा। सासाराम के कैडेट रोहित कुमार ने कहा, “हम सालों से एनसीसी में मेहनत करते आ रहे हैं, अब इसका सीधा लाभ नौकरी में मिलेगा, यह हमारे लिए प्रेरणादायक है।”
वहीं, कैडेट काजल कुमारी ने कहा, “बोनस अंक मिलने से हमें प्रतियोगिता में एक मजबूत बढ़त मिलेगी। इससे हमारी प्रेरणा और आत्मविश्वास दोनों बढ़े हैं।”
निष्कर्ष
बिहार पुलिस भर्ती में एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को बोनस अंक देने का निर्णय न केवल युवाओं के लिए करियर का रास्ता खोलेगा, बल्कि यह उन्हें अनुशासित, राष्ट्रभक्त और जिम्मेदार नागरिक भी बनाएगा। इस पहल से एनसीसी की उपयोगिता और सामाजिक भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।